सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र,( सी सी आर टी ) क्षेत्रीय केंद्र, दमोह द्वारा डॉ ज्ञानचंद श्रीवास्तव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में आज़ादी के अमृत महोत्सव में डिजिटल डिस्ट्रिक्ट रिपोजीटरी प्रोजेक्ट अंतर्गत आयोजित कार्यशाला में दमोह जिले की लगभग सभी तहसीलों से 125 से ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसमें शासकीय शिक्षक,शिक्षिकाएं,महाविद्यालयों के प्राध्यापक,साहित्यकार,लेखक, पत्रकार,एवं कवि शामिल हुए,कार्यशाला की शुरुआत विशिष्ठ अतिथियो श्री नरेन्द्र दुबे (वरिष्ठ पत्रकार),श्री नरेन्द्र बजाज (सांसद प्रतिनिधि),डॉ अनीता नायक(व्याख्याता-हिंदी पी जी महाविद्यालय),डॉ प्रेमलता नीलम(वरिष्ठ पत्रकार),श्री राजकुमार सिंह ठाकुर (सहायक निजी सचिव) खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जल शक्ति राज्य मंत्री, भारत सरकार द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई,जिसमे प्रमुख रूप से दिल्ली मुख्यालय से पधारे,क्षेत्रीय केंद्र,दमोह के प्रभारी उपनिदेशक डॉ राहुल कुमार ने कार्यशाला की प्रस्तावना एवं स्वागत भाषण प्रस्तुत किया,तत्पश्चात कार्यशाला में पधारे वरिष्ठ साहित्यकार नरेंद्र दुबे ने अपने वक्तव्य में दमोह जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बारे में बताया,वही कार्यशाला के प्रथम सत्र में डॉ राहुल कुमार ने डी डी आर प्रोजेक्ट से विस्तार पूर्वक सभी को अवगत कराया,पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया की संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पूरे देश से ऐसे लोगों के बारे में कहानी संकलन किया जा रहा है जिन्होंने कहीं न कहीं आजादी के आंदोलनों में अपना योगदान दिया है।
लेकिन उनके बारे में न तो कहीं लिखा गया न ही बताया गया।उन्होंने बताया की किस तरह से हमे आजादी के अमृत महोत्सव की वेबसाइट पर कहानी अपलोड करवानी है। वही द्वितीय सत्र में डीआर पी पुष्पेंद्र राठौर एवं सीसीआरटी के अधिकारियों एवं प्रतिभागियों द्वारा इस कार्य को किस प्रकार से किया जा रहा है, किन बातों का ध्यान रखें किस विधि से इसे सफल बनाया जाय इस पर विशेष चर्चा और और प्रश्नोत्तरी सत्र रखा गया।
सभी प्रतिभागियों को कार्यशाला में भाग लेने का प्रमाणपत्र वितरण किया गया।
अंत में कार्यक्रम अनुसार दी गई जिम्मेदारी को पूरा करने का प्रण लेकर सीसीआरटी द्वारा सफल कार्यक्रम हेतू सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया