सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र संस्कृति एवं शिक्षा से जुड़े लोगो, विशेषकर शिक्षकों और छात्रों के लाभार्थ विविध प्रकाशन तैयार करता है । इनमें से कुछ प्रकाशन किसी विशेष विषय पर आधारित सांस्कृतिक पैकेज, पुस्तिकाओं की शृंखला, फोलियो, कार्य-पुस्तकें, पत्रिका इत्यादि के रूप में होते हैं, जो भारत की समृद्ध प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक सम्पदा, भारतीय कला एवं संस्कृति के बारे में जानकारी, तथा संस्कृति को शिक्षा के साथ किस प्रकार जोड़ा जाए, विषय पर विचार प्रस्तुत किए जाते हैं । इन प्रकाशनों में सचित्र सामग्री, द्विभाषी विवरण और शिक्षकों एवं छात्रों के लिए रचनात्मक कार्य-कलाप प्रकाशित किए जाते हैं ।
केन्द्र के प्रकाशनों का उद्देश्य भारतीय कला एवं संस्कृति के विभिन्न पहलुओं के प्रति समझ और आदर की भावना उत्पन्न करना है । इसके अन्तर्गत, कलात्मक अभिव्यक्ति पर प्रकृति के प्रभाव पर भी प्रकाश डाला जाता है, ताकि सांस्कृतिक अभिव्यक्ति पर पड़ने वाले पर्यावरण के प्रभाव को समझा जा सके । केन्द्र सांस्कृतिक शिक्षा पर शैक्षणिक सामग्री तैयार करने के लिए लगातार विद्वानों के साथ सम्पर्क बनाए रखता है और सम्बंधित विषय के विशेषज्ञों से मार्ग दर्शन प्राप्त करता रहता है । इन प्रकाशनों को तैयार करने के लिए अध्ययन और अनुसंधान किए जाते हैं ।