ज्ञान के क्षेत्र में वृद्धि करने, विस्तार करने, आशावादी दृष्टिकोण अपनाने जैसे लक्ष्यों को प्राप्त करने में पुस्तकालय एवं सूचना सेवाओं का होना एक बुनियादी आवश्यकता है। ये सेवाएं असमान समाज को समतावादी एवं प्रगतिशील ज्ञानवान समाज के साथ जोड़ने का एक सशक्त माध्यम हैं।
वैसे तो विशिष्ट पुस्तकालय भी ज्ञान का विस्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वे ज्ञान संपदा की नींव का काम करते हैं, तथापि सीसीआरटी पुस्तकालय ने भी इस दिशा में कई कदम उठाएं हैं ।
सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र में एक छोटा किन्तु विशिष्ट पुस्तकालय है जिसमें संस्कृति, कला, स्थापत्य कला, नृत्य, संगीत, इतिहास, मूर्तिकला,जीवनवृत्त आदि का विशेष संग्रह किया गया है । सीसीआरटी पुस्तकालय वर्ष 1979 में बहावलपुर हाउस में अस्तित्व में आया । वर्तमान में इसमें 13,000 से भी ज्यादा पुस्तकें तथा 200 से भी अधिक सीडी/डीवीडी, भारतीय संस्कृति के विविध पहलुओं पर उपलब्ध है । यहां एक संदर्भ संचयन भी है जिसमें धर्म, संस्कृति, कला और शिक्षा पर पुस्तकें शामिल हैं।
पुस्तकालय में हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में दैनिक समाचार पत्र तथा साप्ताहिक, पाक्षिक, द्विमासिक, त्रैमासिक अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक आवृत्ति की कुल 36 प्रमुख पत्रिकाएं तथा हिन्दी, अंग्रेजी व अन्य भारतीय भाषाओं के कुल 25 प्रमुख राष्ट्रीय समाचार पत्रों के अध्ययन की सुविधा प्रदान की जाती है।
पुस्तकालय की पुस्तकों को डीवी डेसिमल वर्गीकरण प्रणाली (22वां संस्करण) के अनुसार वर्गीकृत किया गया है। सभी पुस्तकों का सूचीकरण कर दिया गया है तथा इनकी ग्रंथसूची का विवरण कंप्यूटरीकृत रूप में उपलब्ध हैं । यह पुस्तकालय डेलनेट (डेवलपिंग लाइब्रेरी नेटवर्क) जो एक मिलियन से भी अधिक पुस्तकों का रिकार्ड (मशीन में रिकार्ड करने योग्य फॉर्म में उपलब्ध) रखता है, का भी सदस्य है । पुस्तकालय की सभी गतिविधियां कंप्यूटरीकृत हैं तथा यह अपने सदस्यों को स्वत: प्रभावी संदर्भ सेवाएं उपलब्ध कराता है ।
पुस्तकालय की पुस्तकों का उपयोग मुख्य रूप से सीसीआरटी स्टाफ तथा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में आने वाले शिक्षक प्रतिभागियों द्वारा किया जाता है। पुस्तकालय का उपयोग वास्तविक अनुसंधान अध्येताओं, विश्वविद्यालय के छात्रों, अकादमियों से जुड़े व्यक्तियों, शिक्षाविदों तथा कलाकारों के लिए प्राधिकृत है ।
भुगतान के आधार पर फोटोकॉपी करवाने की सुविधा उपलब्ध है । पुस्तकालय के सदस्यों को पुस्तकालय से पुस्तकें एक निश्चित समय के लिये जारी की जाती हैं । पुस्तकालय में इन्टरनेट की सुविधा उपलब्ध है तथा यह पुस्तकों एवं पत्रिकाओं की खोज के लिए ओपैक (ऑनलाइन पब्लिक एक्सेस केटलॉग) की सुविधा भी प्रदान करता है ।
पुस्तकालय सुबह 9.00 बजे से सायं 5.30 बजे तक (शनिवार, रविवार तथा सार्वजनिक अवकाश के दिनों को छोडकर) खुलता है।
प्रशिक्षण कार्यक्रमों के दौरान पुस्तकालय सुबह 9.00 बजे से शाम 7.30 बजे तक खुलता है (रविवार एवं सार्वजनिक अवकाश के दिनों को छोड़कर और कभी कभार शनिवार को भी)।